बलमा के जरै नोकरिया रे (दादरा )बघेली लोक गीत

दादरा


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यह बघेलखंड का पारम्परिक लोकप्रिय हास्य दादरा गीत है,
यह गीत नोकझोंक से परिपूर्ण है पत्नी सखियों से कहती है
बलमा के जरै नोकरिया रे जिया जरि गय हमार शादी विवाह के अवसर पर ये गीत गाये जाते हैँ घर का माहौल इन गीतों से खुशनुमा हो जाता हैं सब लोग मिलकर ख़ुशी मनाते हैं


बलमा के जरै नौकरियां रे जिया जारि गय हमार -2

सास क लायें चूनर नंद कलाएं लहंगा,
हमका लइ आए लुगरिया हो जिया जरि गय हमार

सास पहिरे चूनर ननद पहिरे लहंगा,
खूटी मा रोबै लुगरिया हो जिया जरि गय हमार



सास का लाये लड्डू ननद का लाये पेड़ा,
हमका लइ आये बताशा हो जिया जरि गय हमार

सास खाये लड्डू ननद खाये पेड़ा,
अरबा मा रोबै लुगरिया हो जिया जरि गय हमार


टीप :-ये गीत हम सब के जीवन मे रचे बसे होते हैं ये हमारी जिंदगी के हिस्से होते हैं अगर आप को ये गीत अच्छे लगते हैं तो अपना स्नेह बनाये रखें और अपने लोगों तक इन्हे पहुंचायें बहुत बहुत धन्यवाद 🙏

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