संस्कार परक गीत कौन-कौन से हैं?

छठी संस्कार 

संस्कार परक गीतों में सोहर पहला संस्कार गीत होता है जब शिशु का जन्म होता है सोहर गाया जाता है संस्कार मैं ही छठी महत्वपूर्ण संस्कार होता है छठी बड़े ही धूमधाम से मनाई जाती है इसमें तरह-तरह के व्यंजन बनते हैं पूरे परिवार के लोग एक साथ भोजन करते हैं बड़े उल्लास के साथ  छठी संस्कार मनाया जाता है परिवार की सभी औरतें इकट्ठा होकर सोहर गाती हैं छठी के दिन जच्चा (प्रसूता) को भोजन दिया जाता है बुआ बच्चे को काजल लगाती है सास ,जेठानी ,देवरानी और ननद को नेग दिया जाता है।

बरहो संस्कार

जब बच्चा वारह दिन का होता है तब बच्चे का बरहो संस्कार होता है बरहो संस्कार बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है। बच्चे का नामकरण किया जाता है आंगन में ढोल और नगाड़े के गूंज सुनाई देने लगती हैं घर में खुशियों का माहौल होता है महिलाएं सोहर और बधाई गीत गाती हैं।

बधाई गीत :-

                                         

        अवध में जन्मे राम सलोना -2

        बंदनवार सबय बांधे द्वारे -2
        नजर लगे ना टोना सुनो रे सखी-2
        अवध में जन्मे राम सलोना-2

        राजा दशरथ के लाल भये हैं -2
        रानी कौशल्या के छौना सुनो री सखी-2
        अवध में जन्मे राम सलोना-2

        राजा लुटावे अनधन सोनमा -2
        रानी लूटामै तिलरिआ सुनो री सखी -2
        अवध में जन्मे राम सदाना-2

कुआंपूजन :-

बरहो संस्कार के बाद उसी दिन कुआं पूजन की रस्म होती है कुआं पूजने जब जच्चा जाती है तो रास्ते में जो गीत गाया जाता है उसे गैलहाई बोलते हैं।

गैलहाई :-

            
                 
   ऊपर बादल घहराय हो तरी गोरी पानी का निकली।

   जाइ कहे मोरे राजा ससुर से -2
   अंगना म कुइया खोदामै हो तरी गोरी पानी  का निकरी
   ऊपर बादल घहराय हो तरी गोरी पानी का निकरी।

   जाई कहे मोरे राजा जेठजी से -2
   कुइयां में जगत बंधामै हो तरी गोरी पानी के निगरी
   ऊपर बादल घहराय हो तरी गोरी पानी का निकरी।

    जाय कहे मोरे बारे देबर से -2
    कुइया मा पाट धरामै हो तरी गोरी पानी का निकरी 
    ऊपर बादल घहराय हो तरी गोरी पानी का निकली-2

कुआं पूजन गीत :-

                   
जल भरेव हिलोर हिलोर रेशम की डोरी-2

रेशम डोरी जब निक लागै -2
जब सोने घइलना होय रेशम की डोरी
जल भरेव हिलोर -हिलोर रेशम की डोरी।

सोने घइलना जब निक लागै -2
जब रूपे गोढरिआ होय रेशम की डोरी
जल भरेव हिलोर हिलोर रेशम की डोरी -2

रूपे गोढरिआ जब निक लागै -2
जब पातरि धनिया होय रेशम की डोरी
जल भरेव हिलोर हिलोर रेशम की डोरी -2


  
""जन्म संस्कारों की अगली कड़ी में संस्कार गीतों के श्रृंखला  मैं अगले ब्लॉग में रखूंगी आप के समर्थन की आवश्यकता हमेशा रहेगी अपने विचार कमेंट द्वारा जरूर बताएं बहुत-बहुत धन्यवाद""

Comments

  1. आपको अपने मातृ भाषा के प्रति समर्पण भव से निरंतर कार्य करते देख मुझे आप पर गर्व है और ईश्वर से प्रर्थना करता हूँ आपको शत् मार्ग एवं शक्ति दें.
    💐💐💐💐💐👏

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    1. सुषमा जी बहुत नीक काम करत लागित है.बघेली बोली के संरक्षण के लिए

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