नवरात्रि स्पेशल में पारंपरिक भगत ।

माता रानी के स्वागत में बघेलखंड का पारंपरिक लोकप्रिय भगत गीत मैं आप सबके बीच में रख रही हूं नवरात्रि शक्ति संचय का दिन होता है माता रानी के नौ रूपों की पूजा 9 दिनों में की जाती है भक्त व्रत उपवास रखते हैं और घरों में माता रानी के भगत और गीत की गूंज सुनाई देती है बहुत ही मनमोहक भगत गीत आप सबके बीच में रख रही हूं प्रेम से बोलो जय माता दी।

                                                                    



गाने के बोल हैं :-

सिढियन - सिढियन फूल बिछे हैं कइके दया चली आवा हो मां ।

कहना लगायेव मइया बेला रे चमेली मइया बेला रे,
मइया कहना लगायेव अनार होमा।

अंगना लगाया मइया बेला रे चमेली मइया बेला रे,
 मइया अंगना लगायेव अनार हो मां।

काहे से सीचेव मइया बेला रे चमेली बेला रे,
काहे से सीचेव अनार होमा ।

दुधवा से सीचेव बेला रे चमेली बेला रे,
जलवा से सीचेव अनार होमा ।
 

हारमोनियम :-श्री गणेश प्रसाद मिश्रा ।
ढोलक :- श्री हरिशरण श्रीवास्तव ।
गायिका :-श्रीमती सुषमा शुक्ला, दिव्यानी पांडे ।

Comments

Popular posts from this blog

लिरिक्स । ( सोहाग ) सोने के सुपलइया बनबाबा मोरी माया | बघेली लोकगीत

तोरी महिमा को जानी जगदम्बा भवानी

संस्कार गीतों की श्रृंखला में आगे और जानते हैं