चली शारदा पहिर पयलिया घुंघरु छमा छम होय होमा


नवरात्रि के पावन पर्व पर बहुत सुंदर बघेली पारंपरिक भगत सभी भक्तों के लिए लेकर आई हूं बहुत सुंदर से भाव इस गीत में व्यक्त किए गए हैं माता रानी की कृपा जिस भक्त को मिल जाए उसका बेड़ा पार हो जाता है ऐसे ही माता रानी की महिमा के कुछ भाव इस गीत  के माध्यम से व्यक्त किए गए हैं जिन्हे मैं आप सबके बीच में रख रही हूं मां शारदा सतना जिले के मैहर में त्रिकूट पर्वत पर 600 मीटर की ऊंचाई पर विराजमान है माता रानी के दरवार से कोई भक्त खाली हाथ नहीं लौटता माँ सभी भक्तों पर अपनी कृपा दृष्टि बनाए रखना जय

माता दी 🙏🙏
                        
                       भगत
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चली शारदा पहिन पायलिया घुंघरू छमा छम होय होमां

छम छम बाजे पाव पैजनिया गूंजे गलिन माँ जाए होमां

एक घुंघरू पायल से टूटे गिरै कोढी के द्वारा हो मां
कोढी उठावै काया पावै माई के लगावै जयकार होमां

दूसर घुंघरू पयल से टूटै गिरै बंझिन के द्वार होमां
बझिन उठावै ललना पावै बझिन करै जयकार होमां

तीसर घुंघरू पायल से टूटै गिरै निर्धन के द्वारा हो मां
निर्धन उठावै माया पावै माई के करै जयकार हो मां

चली शारदा पहिर पयलिया घुंघरू छमा छम होय होमां
मइया घुंघरू छमा छम होय होमां-3

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