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फगुआ मा बलम बउराने सखी फगुआ मा बलम बउराने

लोकगीत हम सबके जीवन में रचे बसे होते हैं इन गीतों के बिना हमारे लोक उत्सव सूने रहते हैं होली रंगो का त्यौहार होता है जब होली होती है होलिका दहन के दूसरे दिन रंग खेलते हैं जिसमे लोगों का उत्साह देखते बनता है एक दूसरे को रंग लगाते है और होली की शुभकामनाएं प्रेषित करते हैं, फगुहारो की टोली जब निकलती हैं तो धूम मचा देती है ढोलक और नगडिया की थाप से मन झूम उठता है नोक झोक के ये गीत मन मोह लेते है "पति का हाल फगुआ में क्या होता है" इस गीत में ब्यक्त कर रही हूँ                        फगुआ                *************** फगुआ मा बलम बउराने सखी, फगुआ मा बलम बउराने हाथे मा लीन्हे रंग अबीरा -2 धूम मचाबत आये -2 सखी फगुआ मा बलम बउराने हाथे मा लीन्हे भाग के लोटा -2 पी के बलम बउराने -2 सखी फगुआ मा बलम बउराने अबिर ग़ुलाल मलत मुख ऊपर -2 अरे सारी के कोर विगाडी -2 सखी फगुआ मा बलम बउराने -3 टीप :- बघेल खण्ड में गाया जा...

भोला मांगय गमनमा होली मा

  होली गीत हर क्षेत्र के अलग अलग होते हैं इनका महत्व लोक जीवन में बहुत होता है जब फगुहारों की टोली निकलती है तो गली मोहल्ले में धूम मच जाती है ढोलक और नगडिया की थाप सुनकर लोग झूम उठते हैं आज मैं बघेली फगुआ  आप सभी के बीच रख रही हूँ आशा है आप सभी का स्नेह मिलेगा                    फगुआ             ************* भोला मागय गमनमा होली मा, भोला मागय गमनमा होली मा पहिला संदेसा ब्रम्हा जी का आया -2 अरे हम ना बइठव डोली -3मा भोला मांगय गमनमा होली मा दुसरा संदेसा बिष्णू जी का आया -2 बिष् णू जी का आया चक्र धारी का आया अरे हम ना बइठव डोली -3मा भोला मांगय गमनमा होली मा तिसरा संदेसा राम जी का आया -2 राम जी का आया -2 धनुषधारी का आया अरे हम ना बइठव डोली -3मा भोला मांगय गमनमा होली मा अरे होली के दिन नियराने सखी रे होली के दिन नियराने   होली मा